SIP से ताबड़तोड़ रिटर्न कमाने का सुपरहिट फॉर्मूला- बस इतने साल के लिए पैसा लगाकर भूल जाओ, फिर देखें कमाल
SIP Investment 70:20:10 Rule: भले ही इक्विटी मार्केट में रिटर्न जबरदस्त मिला है और मिल रहा है. लेकिन, अब लोग म्यूचुअल फंड्स की तरफ ज्यादा फोकस कर रहे हैं. इसमें भी निवेशक जोखिम वाले एसेट से पैसा डालने के बजाए सिस्टेमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश कर रहे हैं.
SIP Investment 70-20-10 Rule: भारतीय शेयर बाजारों (Stock Market) में इन दिनों धुआंधार तेजी हैं. लेकिन, फिर भी सेफ इन्वेस्टमेंट आज भी सबसे ज्यादा पॉपुलर है. भले ही इक्विटी मार्केट में रिटर्न जबरदस्त मिला है और मिल रहा है. लेकिन, अब लोग म्यूचुअल फंड्स (Mutual funds) की तरफ ज्यादा फोकस कर रहे हैं. इसमें भी निवेशक जोखिम वाले एसेट से पैसा डालने के बजाए सिस्टेमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) में निवेश कर रहे हैं. लेकिन, मुनाफे को तेज रफ्तार में दौड़ाना चाहते हैं तो SIP का ताबड़तोड़ रिटर्न कमाने वाला फॉर्मूला (sip 70-20-10 rule) इस्तेमाल करना होगा. आइये जानते हैं कितने टाइम के लिए करना होगा निवेश और कैसे.
कैसे करना चाहिए निवेश?
फाइनेंशियल प्लानर कहते हैं SIP निवेशकों को 70-20-10 का रूल फोलो करना चाहिए. इससे न सिर्फ निवेश बढ़ेगा, बल्कि मुनाफा दौड़ लगा देगा. 70-20-10 का रूल का मतलब है 70 फीसदी लार्जकैप, 20 फीसदी मिडकैप और 10 फीसदी स्मॉलकैप फंड्स में एलोकेट करना चाहिए. याद रखें, अगर आपने अभी तक इस तरह निवेश नहीं किया है, या फिर पोर्टफोलियो को बैलेंस करने की जरूरत है तो जरूर करें. यह निवेश का बुनियादी नियम है. इससे कभी पोर्टफोलियो में दिक्कत नहीं आएगी.
पिछले तीन साल में SIP ने कितना दिया रिटर्न?
डेटा के मुताबिक, लार्जकैप फंड्स का 3 साल का औसत SIP रिटर्न 22%-24.95% रहा है. वहीं, लार्ज एंड मिड कैप फंड्स का रिटर्न 25.35%-28.33% रहा, मल्टीकैप फंड्स का रिटर्न 24.26%-30.22% रहा, मिडकैप फंड्स का औसत रिटर्न 30.06%-35.24% रहा और स्मॉलकैप फंडों के लिए 33.27%-38.09% रहा है.
कैसे और कब मिलता है फायदा?
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फाइनेंशियल प्लानर्स को लगता है कि SIP के लिए हमेशा से समय अच्छा रहा है. लेकिन, अगर अभी तक किसी ने इसमें एंट्री नहीं ली है तो वक्त निकला नहीं है. बाजार जितनी तेजी दिखा रहे हैं, आने वाले वक्त में कंसोलिडेशन के चांस ज्यादा हैं. छोटे निवेशकों को अभी अपने निवेश को बनाए रखना चाहिए. बाजार की गिरावट में SIP निवेशकों के लिए मौका होता है, वहीं बाजार जब बढ़ते हैं तो रिटर्न की रफ्तार तेज होती है. बाजार गिरने पर SIP कीमतें घटने के कारण उन्हें स्कीम की ज्यादा यूनिट्स मिल सकती हैं. वहीं, तेजी में डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो की मदद से निवेश में 70:20:10 का रूल फायदा देता है.
कितनी अवधि के लिए निवेश करें?
फाइनेंशियल प्लानर्स के मुताबिक, निवेशकों को इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में 8-10 साल के पीरियड के लिए प्लान करना चाहिए. पिछले 3 साल में SIP के जरिए निवेश करने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हुआ है. कई नए निवेशक भी अपने फाइनेंशियल गोल्स के लिए SIP कर रहे हैं. FY24 में SIP कंट्रीब्यूशन का आंकड़ा 1 ट्रिलियन को क्रॉस कर चुका है. म्यूचुअल फंड कंपनियों के संगठन AMFI के आंकड़ों के मुताबिक, वित्त वर्ष 2023-24 में कुल SIP अकाउंट्स की संख्या 7.44 करोड़ तक पहुंच चुका है.
07:22 AM IST